Desi maal ko ghar pe bulakar choda
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Objavio/la ZestyBypass99
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मेरा नाम सीमा है और मैं अठाइस साल की एक बेहत स्मार्ट औरत हूं,
एक प्राइवेट कमपणी में मेनेजर हूं,
पती भी एक मल्टी नैशनल कमपणी में बड़ी पोस्ट पर हैं,
पर उनकी टूरिंग जॉब है, इसलिए अक्सर घर से बाहर ही रहते हैं।
अब जब पती घर से अक्सर बाहर रहते हैं,
तो मेरे पास अपनी आग को गुज़ाने का कोई दूसरा चारा नहीं था,
नहीं मेरी ऐसी कोई इच्छा थी कि बाहर किसी से कोई अपना ऐसा संबंद बनाओ।
वक्त बीटता गया, एक दिन हमारा एक भतीजा,
इनकी बेहन का लड़का रोहन जो बाईस साल का था और गाव में रहता था,
काम ढूंढने मुंबई आया और हमारे ही घर में रुका,
देखने में वो ठीक ठाक था, गमवारपन उसके चेहरे से ही जहलकता था,
तो मेरे जैसी मौडर्न औरत के लिए उसकी कोई वैल्यू नहीं थी, मैंने उसे कभी भाव नहीं दिया।
हाँ, वो मुझे जिस नजर से देखता था, उसका मुझे पूरा ख्याल था,
मैंने नोटिस किया था कि वो अक्सर मेरे कपरों के अंदर तक देखने की कोशिश करता था,
मगर मैं फिर भी उसके देखने को इगनोर करती थी, अक्सर मैं उससे अपने घर के काम वगएरा करवाती रहती थी,
ऐसे ही एक दिन मेरे पती अपने काम की वज़य से चार से पांच दिन के लिए बाहर तूर पे गए थे,
शनिवार का दिन था, घर आकर मैंने देखा फ्रिज में सबजी नहीं थी, तो सोचा कि चलो जाकर ले आती हूं,
वैसे भी मौसम खराब हो चला था, आस्मान में गहरे बादल चा रहे थे, बारिश हो सकती थी, तो मैंने बारिश से पहले ही बाजार से सामान लाने का फैसला किया, और जड़ से बेद्रूम में गई, मैंने आफिस के कपरे बगले,
एक टॉप और क्यापरी पहनी, चश्मा उठाया, और जैसे ही जाने लगी, फिर सोचा कि सबजी कौन उठाएगा, तो रोहन को आवाज लगाई, स्कूटी निकाली, उसे पीछे बिठाया, और मार्केट की और चल दी, रास्ते में जाते जाते मुझे ऐसा एहसास हुआ, ज
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