Lalchi gravy momos wala tasty fire hindi story
Prikaži više
Sakrij
Objavio/la Liza_burgus
Videotranskripcija
बिलाउसपूर नामाग गाओ में लंबु नाम का एक व्यक्ति रहता था।
वो बहुती लालची और कंजूस था।
इसलिए गाओ वाले उसे लालची लंबु कहते थे।
वो एक ठेले पर मोमोस बना कर बेशता था।
वो जैसे बनाता था वो बहुती अलग हरकतों से बनाता था।
वो मोमोस के उपर अंगार लगा कर आने वालो को वैसे ही प्लेट में बना कर देता था।
वो लेने वाले उस पर आग को बुजा कर मोमोस खाते थे।
वो बहुती स्वाधिस्ट है करके लंबो की तारिफ करते थे।
वहाँ पर उसे फायर ग्रेवी में मोस कहते थे।
लंबो मन में ये सबी पागल है, मैं कैसा भी गटिया सामान इस्तमाल कर रहा हूँ इसे बनाने के लिए इनको मालूमी नहीं।
मोमोस कितना भी खराब हो अंगार में रहता है करके उन्हें पता ही नहीं चल रहा है ऐसा सोचता है।
वही बाजु के गाउ में विकी करके एक आदमे रहता था, वो हमेशा कुछ की बढ़ाई मारते रहता था।
ये शाट किस ब्रांड का है पता है क्या, ये पैंट कहां से खरीदा है पता है क्या तेरे को, ये सूस ये संगलाशेस किस देश से बुलाया है पता है क्या।
ऐसे सब के सामने बढ़ाई मारता था।
अगर वेटर पूलाव का पता रहा था, तो वेटर से तू मेरे लिए यहां का कुछ special आइटम होगा न, वो लेकर आ, फाल्तू का ordinary कुछ नहीं लाना, पहले ही बता रहा हूं। ऐसे बोलता है.
वेटर, सर यहां का special बले तो मतन पुलाव बढ़िया रहता है, वो लेकर आता हूं ऐसा कहता है।
ऐसे जिस दुकान में जाता था, महाँ भी वो special चीज़ ही चाहिए करके कहता था।
एक दिन उसके दोस्त रंगा और सोनू के सामने अपनी बढ़ाई मार रहा था विक्की, सुनो रे मैं तो Netflix पर ही English मुझी के अलावा तुम जैसे देशी फिल्मे नहीं देखता, तुम सब लोग चीप कैटागरी के लोग हो इसलिए देशी फिल्मे देखते हो, लेकर मु
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