MATA JI ASHRAM 13 RASVANTI18PLUS
Prikaži više
Sakrij
In an Indian ashram under the dim, flickering light of an oil lamp, Mata Ji, an elderly monk clad in simple saffron robes, sits cross-legged in meditation. Her weathered face, marked by years of spiritual practice, holds a serene calm. However, as her eyes slowly open, they widen in subtle apprehension.
Objavio/la RASVANTI18PLUS
Videotranskripcija
माता जी माता जी शुरू करेंगे
शूरू करेंगे
मैं ऐसे ही धमासान और तावर तोड पारी खेलता रहा
और माता जी के थनो और बड़े बड़े कांटों पर
काफी भारी भरकम और ताकतवर आकरामक थपड और चांटे लगाता रहता था
ख़ुँँ ख़ुँ ख़ुँ... ख़ुँख़�
अब हम दोनों ने बेड़ पे कुछ टाइम लिया टाइम फ्लीज
वैसे मेरा बिना चठ्री के नंगा लंड चठ्री मतलब कॉंडोम वो तो था ही नहीं
बीज मैनिन्टी चदाई के बाद पूरे पुजिशन में पूरे आकार में आ गया था
अब मेरे ऐसे लाल एकडम लाल लंड को देखकर माता जी की हालत खरा
जब बेड़ रूम के धीमी रौशनी में उन्होंने मेरे इस आजार को इस रौड को देखा
तो उन्होंने देखा की मेरा कलर एकडम लाल था
बड़े बड़े मोटे मोटे नसें निकली हुई थी उसके इर्द गर्द
खून घरम एकडम तेजी से बिजली की तरह दोड़ रहे थे इसलिए उसका आकार एकडम भयानक था
मैंने माता जी को थोड़ी सी छोने के लिए और सहलाने के लिए कहा अपने हातों से
वो बार बार घबराएं और क्यों न घबराएं कोई भी अरत हो घबरा जायेगी
माता जी थोड़ा सहलाई जी प्यार कर जी पकड़ी ये पकड़ी ये इसे पकड़ी ये पकड़ी ये
थोड़ा समझाने और तागित करने के बाद उनोंने पकड़ना शुरु किया मुझे अच्छा लगा किसे अच्छा नहीं लगता
मैं बस उनके हातों को महसूस कर रहा था अपने लंड के उपर
हाँ हाँ... हाँह
अब मेरा दिमाग और घरम होता जा रहा था और में और भारी घरकम करतब करने वाला था
अब मैंने उनको दीवार के साहरे खड़े होने को कहा और उनके पीछे खड़ा होकर एक टांग उठाई बाई टांग और पीछे से घुशेड दिया
माता जी को मैं बीच बीच में थपड मारता रहा उनके गांडों पर अब वो इस खड़े खड़े पुजिशन में ये प्रब्लेम थी कि मेरा लंड पूरा नहीं जा रहा था तो मैंने एक तरगीब की माता जी के पेरों को ज़ादा फाडने को कहा और उन्होंने बागाइ�
...
- 1,369
- 08:56